Home दाम्पत्य जीवन की खूबसूरती के लिए जरूरी है शिष्टाचार

दाम्पत्य जीवन की खूबसूरती के लिए जरूरी है शिष्टाचार

Posted by khaskhabar.com
happy couple

सुनने में ये अजीब लगता है कि भला पति-पत्नि के बीच ये शिष्टाचार या मैनर्स जैसी औपचारिकताएं क्योंक् लेकिन अगर हम अपने आस-पास नजर दौ़डाएं , तो यही पाएंगे कि बहुत से छोटे-छाटे झग़डे बहुत सी उलझनें और आपसी मन-मुटाव इसी वजह से होते हैं , क्यों कि हम आपस में अशिष्ट भाषा का इस्तेमाल करने लगते हैं और अनजाने में ही अपमानित करने लगते हैं ऎसे में कुछ बातों का ख्याल रखा जाए तो न सिर्फ आपका रिश्ता गहरा होगा, बल्कि एक-दूसरे के लिए सम्मान और प्यार भी बढ़ेगा।
अकसर छोटी-छोटी बातों को लेकर पति-पत्नी इस हद तक झग़ड प़डते हैं कि उनकी जिंदगी में सिर्फ तनाव ही रह जाता है, जो उन पर इस हद तक हावी हो जाता है कि दोनों का एक छत के नीचे जीवन बसर करना मुश्किल हो जाता है और नौबत तलाक तक पहुंच जाती है।
आम जिंदगी में यदि पति-पत्नी कुछ बातों को ध्यान में रखें तो तनाव से बच कर अपने घरेलू जीवन को खुशियों से भर सकते हैं। यदि पति-पत्नी के बीच कभी झग़डा हो तो दोनों में से एक को शांत हो जाना चाहिए जिससे बात आगे न बढ़े और फिर पति-पत्नी का झग़डा तो पानी के बुलबुलों की तरह होता है, जो पल भर में ही खत्म हो जाता है। कुछ नुस्खे जिनको पति-पत्नि दोनों अमल में लाए तो जीवन को खुशगवार रखा जा सकता है-
- पति-पत्नी को चाहिए कि वे एक दूसरे को समझें और एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करें।
- अपने रिश्ते में कभी "मैं" को न आने दें।
- कभी-कभी चुप्पी भी बहुत कुछ ऎसी बातें कह जाती है, जिन्हें बोलने से सिर्फ क़डवाहट ही पैदा हो और फिर इस तरह दूसरे तक आपका संदेश सहजता से पहुंच जाता है।
- घर का बातें घर में ही सुलझा लें। बाहर वालों को इसकी भनक तक न लगने दें।
- यदि पति को आफिस से आने में देर हो जाए तो इस पर उनसे ल़डे नहीं, न ही शक करें, पर एकदम विश्वास भी न करें, सामान्य बनी रहें।
- कभी-कभी पत्नी की नाजायज मांगों से तंग आकर पति कुंठित हो जाते हैं। (यदि वे उनकी मांगें पूरी कर पाने में असमर्थ हैं) जिस कारण भी झग़डे होते हैं।
- पत्नी को पति की सीमित आय में रहना सीखना चाहिए और सुखमय जीवन व्यतीत करना चाहिए।
- एक दूसरे को ताना न दें। जैसे मुझे तो बहुत अमीर घरानों से रिश्ते आ रहे थे। मैं तो तुम से विवाह करके फंस गई आदि। इससे पति का सम्मान प्रभावित होता है, जो अंतत: झग़डे का कारण बनता है।
- पति-पत्नी दोनों ही एक दूसरे को हर रूप में अपनाएं।
- दोनों ही एक दूसरे की इच्छाओं की कद्र करें और एक दूसरे के माता-पिता को समान रूप से सम्मान दें। क्योंकि अकसर देखने में आता है कि पति-पत्नी के बीच झग़डे का एक ब़डा कारण माता-पिता के सम्मान को लेकर भी होता है।
- पति-पत्नी आपस में समर्पित रहें, अपनी इच्छाओं को दबाएं नहीं, व्यक्त करें, मगर उन्हें एक दूसरे पर थोपें नहीं। - कभी भी एक दूसरे के अतीत को न कुरेदें। आपका भविष्य ज्यादा महत्व रखता है। कल आप क्या थे, इस पर झग़डना बेवकूफी है, आज आप क्या हैं और आज के आधार पर कल क्या होंगे, यह ज्यादा महत्व रखता है।
- अगर कोई बात आपको तकलीफ पहुंचा रही है तो शांत होकर, आराम से अपने पति से बातचीत करें। झग़डा किसी परेशानी का हल नहीं बल्कि तनाव की ज़ड है।
कुछ बातें पतियों के लिए -
-अक्सर पत्नियों की यह शिकायत होती है कि वो घर को कितना भी साफ सुथरा रखने की कोशिश करें , पर उनके पति महाशय उनकी मदद नहीं करते हैं, बल्कि उनका काम भी बढ़ा देते हैं।
-पुरूषों की जो सबसे गलत आदत होती है
- वो गीला तौलिया बिस्तर पर ही छो़ड देते हैं। ये बैड मैनर्स में आता है -अपने गंदे मोजे यूं ही कहीं भी डाल देना गलत है । घर को व्यवस्थित रखने में आप भले ही पत्नि की मदद न करें , लेकिन अपनी चीजें सही तरह से रखकर आप उसका काम थो़डा कम जरूर कर सकते हैँ ।
-जब भी पत्नि के साथ हों , तो हमेशा फोन पर या लैपटॉप पर व्यस्त न रहें इससे पत्नि को लगेगा कि आप उसे नजरअंदाज कर रहे हैं
-ऑफिस का काम घर पर न ही लाएं तो बेहतर है, छुट्टी के दिन भी अगर आप इंटरनेट या ऑफिस की फाइलों में ही उलझे रहेंगे, तो इसे बैड मैनर्स ही कहा जाएगा।
-गिफ्ट्स जरूर दिया करें। इससे यह संदेश जाएगा कि आपको अपनी पत्नि की फिक्र है और आप उसे स्पेशल फील कराना चाहते हैं

-काम से वक्त निकालकर पत्नि व परिवार के साथ भी वक्त बिताए।
-हमेशा दोस्तों को घर पर बुलाकर उनसे न घिरे रहें -गलत या झूठे वादे न करें। पत्नि को टालने के इरादे से अगर आप झूठे वादे करेंगें तो आगे चलकर वो आप पर विश्वास खो बैठेगीं और नाराजगी बढ़ती जाएगी। -पत्नि की सहेलियों में जरूरत से ज्यादा दिलचस्पी न दिखाएं।
-अपनी पत्नि की खूबसूरती या गुणों की तुलना किसी दूसरी स्त्री से न करें।
-आर्डर देकर बात न करें , आपकी पत्नि आपकी पार्टनर हैं, गुलाम नहीं । इसलिए अगर कु छ चाहिए तो प्यार से मांगे, आर्डर नहीं।
-कभी -कभार पत्नि के बिना कहे भी उसे शापिंग और फिल्म दिखाने ले जाएं
-शापिंग के बाद या सब्जी वगैरह खरीदने के बाद भारी सामान आप खुद उठाएं।
-बाहर खाने जाएं, तो पत्नि को पहले सीट ऑफर करें, दरवाजा भी आप खालें।
ये जेंटलमैन मैनर्स है।
पत्नियां भी दें ध्यान
-शादी के कुछ समय बाद हर वक्त हर बात पर टोकना पत्नियों की सी बन जाती है ,
यह ठीक नहीं है, क्योंकि पति को यह महसूस होगा कि अब आपको उनकी हर बात गलत लगती है। ऑफिस से लौटते ही शिकायतों का पुलिंदा तैयार न रखें ,
पति बाहर से थककर और न जाने किस मूड में घर आता है ,
ऎसे में अपनी शिकायतें लेकर न बैठें।
- बार-बार पति को ऑफिस में फोन न करती रहें,
मैसेज भी न करें । यह बहुत गलत आदत है।
-अगर एक-दो बार कोशिश करने पर भी पति फोन नहीं उठा रहे ,तो लगातार फोन न करें, थो़डा इन्तजार करें, हो सकता है किसी जरूरी काम की वजह के चलते वे फोन न उठा पा रहे हों ।
-हर बात पर शक या सवाल न करें और वक्त वे वक्त पति के ऑफिस न पहुँच जाएं ।
-हमेंशा शापिंग या घूमने-फिरने की जिद न करें ।
-दोस्तों या कर्मचारियों के बीच पति से आदर-सम्मान से बात करें अगर कोई बात बुरी भी लगे तो बाद में उन्हें समझाएं , सबके बीच में टोकना, ताने देना या मजाक उ़डाना सही नहीं।
-पति के सामने या उनकी गैर मौजूदगी में भी अपनी सहेलियों या पति के दोस्तों से भी उनकी गलत आदतों के बारें चर्चा न करें । पति को अपमानित महसूस होगा ।
-पति को इमोशनली ब्लैकमेल न करें , कभी मायके जाने की धमकी देकर या कभी बच्चों के बहाने अपने गैरजरूरी काम या शौक पूरे न करें।
-घर पर भी सलीके से रहें, ढंग से कप़डे पहनें और शालीनता बनाए रखें। हमेशा पति से स्पेशल गिफ्ट की उम्मीद रखने की बजाए आप भी उनके लिए बिना किसी ओकेजन के कुछ स्पेशल गिफ्ट ले जाएं। घर पर ही कुछ स्पेशल बना लें । पति की पसंद के कप़डे पहनकर अपनी शाम को रोमांटिक बनाएं।
-हर समय महंगाई और पति की कम प़डती सेलेरी का ताना देने की बजाए घर का बजट प्लान करें या आप उन्हें किस तरह से सपोर्ट कर सकती है, इस पर उनसे खुल कर बात करें।