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महके दांपत्य जीवन

Posted by khaskhabar.com
happy married life

पति के एक्सट्रा मेरिटल अफेयर की जानकारी मिलने पर अपने वैवाहिक जीवन में पूरी तरह न्यौछावर कर देने वाली पत्नी को बहुत गहरा सदमा पहुंचता है। फिर अपना विरोध प्रकट करने के लिए उसका पति के साथ खूब झगडा होगा। तेज गुस्से का शिकार बन तलाक लेने या अलग हो जाने की धमकी भी दी जाएगी। पत्नी के इन कोशिशओं का परिणाम यह होगा कि पति अपने वैवाहिक जीवन को टूटने से बचाने की समझदारी दिखाते हुए अपना विवाहेतर प्रेम सम्बन्ध समाप्त कर लेगा। मगर क्या पति के इस फैसले केसाथ ही उनके दांपत्य जीवन में सब कुछ एकदम सामान्य हो जाएगा। क्या पति के इस धोखे से पत्नी के दिल में हुआ घाव जल्दी भर जाएगा।
अभी सफलता अधूरी है
पति ने अवैध रिश्ता तोड लिया है पर अभी भी उस दूसरी औरत की अप्रत्यक्ष मौजूदगी उन दोनों के बीच बनी हुई है। पति के जीवन से निकल गई वह दूसरी औरत जब पति की यादों में से भी निकल जाए, तभी पत्नी पूरी तरह चैन की सांस ले सकेगी। पति के हाथों धोखा खाकर पत्नी का आत्मविश्वास पूरी तरह से उठ जाता है वह जबरदस्त मानसिक उलझनों के दौर से गुजरती है ये दोनों बातें सच हैं, पर अब सवाल यह है कि क्या बिना और कुछ किए उन दोनों के बीच प्यार व विश्वास की जडें फिर से मजबूत हो जाएंगी। क्या पत्नी दुबारा सम्भल पाएगी।
नकारात्मक सोच से कैसे बचें
पति की तनमन से सेवा करने और दिल की गहराइयों से प्यार करने का ऎसा खराब फल मिला, यह पीडादायक एकसास पत्नी को बुरी तरह से तोड देगा। अब उसे अपने पति के प्यार पर भरोसा नहीं रहेगा। ऎसी स्थिति में पत्नी के मन में नकारात्मक विचारों का उठना स्वाभाविक होगा। इस समय जीवनसाथी के प्रति पत्नी के मन में गहरे आक्रोश और नफरत के भाव मौजूद हो सकते हैं। उस का यह सोच कर मन भयभीत हो उठेगा कि कहीं पति फिर उस दूसरी औरत के पास ना चला जाएं। अपनी मानसिक सुख-शांति को खो चुकी पत्नी को फिर किसी दिन अचानक यह एहसास होगा कि वह नकारात्मक विचारों के जाल में बुरी तरह फंसती जा रही है। इस जाल से वह छूटना चाहेगी, पर कैसे, यह उसे मालूम ना होगा। ऎसे में पत्नी अगर निमA सुझावों पर अमल करे तो धीरे-धीरे मन में नकारात्मक विचार आने बंद हो जाएंगे। इस दिशा में पहला समझदारी भरा कदम यही होगा कि पत्नी खुद से वादा करें कि इन नकारात्मक विचारों से छुटकारा पाने के लिए वह हर जरूरी कदम जोशीले अंदाज में उठाएगी। पति के प्रति मन में उपजी नाराजगी, नफरत व कडवाहट को वह जडें ना जमाने दें। वह उन परिचितों व रिश्तेदारों से दूर रहें, जो उसके मान में पति के प्र्रति कडवाहट व गुस्से को बढाते हों। वह उनलोगों से जुुडे जो उस जैसी कठिन परिस्थितियों से गुजर चुके हैं, ऎसे लोग ही उसके मनोभावों को सही को सही ढंग से समझ कर उसका मनोबल बढाएंगे। उसके लिए यह समझना जरूरी है कि अगर उस ने पिुर से अपने पति पर विश्वास करना शुरू नहीं किया, तो उसके वैवाहिक जीवन में कभी खुशियाँ नहीं लौट सकेंगी।